- विष्णु – ॐ विष्णवे नमः। – जो हर जगह उपस्थित रहते है l
- लोहिताक्ष – ॐ लोहिताक्ष नमः। – भगवान जिनकी आंखे लाला है l
- शाश्वत – ॐ शाश्वत नमः। – जो कभी खतम नहीं होसकते l
- प्रभूत – ॐ प्रभूत नमः। – धन और ज्ञान के दाता स्वामी l
- भूतभव्यभवत्प्रभ – ॐ भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः। – (तीनो काल) भूत, वर्तमान और भविष्य के स्वामी l
- ईशान – ॐ ईशान नमः। – ब्रह्मांड में हर जगह वास करने वाले l
- मंगलपरम् – ॐ मंगलपरम् नमः। – सभी कार्यों के श्रेष्ठ कल्याणकारी l
- श्रेष्ठ – ॐ श्रेष्ठ नमः। – ईश्वरों में सबसे महान, श्रेष्ठ l
- ज्येष्ठ – ॐ ज्येष्ठ नमः। – सबसे बड़े प्रभु परमेश्वर l
- प्राण – ॐ प्राण नमः। – धरती पर जीवन के स्वामी l
- विक्रमी – ॐ विक्रमी नमः। – सबसे साहसी भगवान.पराक्रमी l
- ईश्वर – ॐ ईश्वर नमः। – सबको नियंत्रित करने वाले l
- क्रम – ॐ क्रम नमः। – सृष्टि में हर जगह जिनका वास है l
- विक्रम – ॐ विक्रम नमः। – ब्रह्मांड को मापने वाले l
- मेधावी – ॐ मेधावी नमः। – सर्वज्ञाता ईश्वर l
- धन्वी – ॐ धन्वी नमः। – सर्वश्रेष्ठ धनुष- धारी l
- आत्मवान – ॐ आत्मवान नमः। – सभी मनुष्य में निरंतर वास करने वाले l
- कृति – ॐ कृति नमः। – सभी मनुष्यों को उनके कर्मों का फल देने वाले l
- कृतज्ञ – ॐ कृतज्ञ नमः। – इंसान को अच्छाई और बुराई का ज्ञान दप्रदान करने वाले l
- अह्र – ॐ अह्र नमः । – जो दिन की तरह चमकते है. तेज l
- प्रजाभव – ॐ प्रजाभव नमः । – भक्तों की रक्षा और उनके अस्तित्व के लिए अवतार लेने वाले l
- विश्वरेता – ॐ विश्वरेता नमः। – जिन्होंने ब्रह्मांड की रचना की l
- प्रत्यय – ॐ प्रत्यय नमः। – जिन्हें ज्ञान का अवतार कहते है l
24. व्याल – ॐ व्याल नमः। – जो नाग द्वारा कभी पकड़े नहीं जाते l
25. श्रीमान् – ॐ श्रीमान् नमः। – सदैव लक्ष्मीदेवी के साथ रहने वाले l
26. केशव – ॐ केशवाय नमः। – जिनके बाल सबसे सुंदर बाल वाले l
27. सम्वत्सर – ॐ सम्वत्सर नमः। – सृष्टि का अवतार लेकर कल्याण करने वाले l
- सिद्ध – ॐ सिद्ध नमः। – जो सब कुछ सिद्ध करने सकते है l
- सर्वेश्वर – ॐ सर्वेश्वर नमः। – सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी l
- अज – ॐ अज नमः। – जिनका कभी जन्म नहीं हुआ. अजन्मे भगवान l
- सर्वदर्शन – ॐ सर्वदर्शन नमः। – जो दिव्य दृष्टी से सृष्टि में सब कुछ देख सकते है l
- मनु – ॐ मनु नमः। – सृष्टि में निर्माण होने वाले सभी विचार के दाता l
- त्वष्टा – ॐ त्वष्टा नमः। – किसी भी बड़े आकार को जी छोटा कर सकते है l
- शिव – ॐ शिव नमः। – सदैव शुद्ध रहने वाले l
- स्थाणु – ॐ स्थाणु नमः। – हरपल स्थिर रहने वाले l
- भूतादि – ॐ भूतादि नमः। – सजीवो को जीवन देने वाले l
- नारायण – ॐ नारायणाय नमः। – ईश्वर, परमात्मा l
- गरुडध्वजा – ॐ गरुडध्वजाय नमः। – गरुड़ पर सवार होने वाले, गरुड़ जिनका वाहन है l
- अव्यय – ॐ अव्यय नमः। – हमेशा अविकारी ,अक्षय रहने वाले l
- पुरुष – ॐ पुरुष नमः। – सर्व श्रेष्ठ पुरुष l
- साक्षी – ॐ साक्षी नमः। – ब्रह्मांड की सभी घटनाओं के साक्षी. जिन्होंने सभी घटनाये ब्रह्मांड की शुरुवात से होती देखि l
- क्षेत्रज्ञ – ॐ क्षेत्रज्ञ नमः। – क्षेत्र के ज्ञाता l
- हृषीकेश – ॐ हृषीकेशाय नमः। – जो सभी इंद्रियों के स्वामी.जीने वह नियंत्रित कर सकते है l
- मधुसूदन – ॐ मधुसूदन नमः। – रक्षक मधु के विनाशक भगवान l
- प्राणद – ॐ प्राणद नमः। – अभी प्राण देने वाले l
- पवित्रां – ॐ पवित्राम् नमः। – सभी का हृदया पवित्र करने वाले l
- त्रिककुब्धाम – ॐ त्रिककुब्धाम नमः। – सभी दिशाओं के भगवान l
- योग – ॐ योग नमः। – सर्व श्रेष्ठ योगी , योगियोंके स्वामी l
- प्रतर्दन – ॐ प्रतर्दन नमः। – बाढ़ के विनाशक भगवान l
- अग्राह्य – ॐ अग्राह्य नमः। – मांसाहार का त्याग करने वाले l
- माधव – ॐ माधवाय नमः। – देवी लक्ष्मी के पति परमेश्वर l
- शम्भु – ॐ शम्भु नमः। – सभी मनुष्यों को सजीवों को खुशियां देने वाले l
- आदित्य – ॐ आदित्य नमः। – देवी अदिति की संतान l
- पुष्कराक्ष – ॐ पुष्कराक्ष नमः। – जिनके नेत्र कमल जैसे है l
- मत्स्यरूप – ॐ मत्स्यरूपाय नमः। – भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार का नाम l
- प्रभु – ॐ प्रभु नमः। – सर्वशक्तिमान परमेश्वर l
- ईश्वर – ॐ ईश्वर नमः। – त्रिलोक के अधिपति l
- विश्वकर्मा – ॐ विश्वकर्मा नमः। – अखिल ब्रह्मांड के रचयिता स्वामी l
- स्थविरो ध्रुव – ॐ स्थविरो ध्रुव नमः। – पृथ्वी के प्राचीन देवता l
- अच्युत – ॐ अच्युत नमः। – जो अचूक है l
- वसुमना – ॐ वसुमना नमः। – जिनका हृदय सभी के लिए सौम्य है l
- स्वयम्भू – ॐ स्वयम्भू नमः। – जो स्वयं प्रकट हुए है l
- विधाता – ॐ विधाता नमः। – सृष्टि के कार्यों और परिणामों की रचना करने वाले l
- धातुरुत्तम – ॐ धातुरुत्तम नमः। – ब्रह्मा से भी भी अधिक महान l
- अप्रेमय – ॐ अप्रेमय नमः। – जो नियम व परिभाषाओं से परे है l
- अमरप्रभु – ॐ अमरप्रभु नमः। – जो सदैव अमर है.जिनका कभी मृतु नहीं हो सकता l
- लक्ष्मीपति – ॐ लक्ष्मीपतये नमः। – देवी लक्ष्मी के प्राणप्रिय,स्वामी l
- कृष्ण – ॐ कृष्णाय नमः। – जिनका रंग सावला है l
- पद्मनाभा – ॐ पद्मनाभाय नमः। – जिनके पेट से जिव सृष्टि की उत्पत्ति हुई l
- निधिरव्यय – ॐ निधिरव्यय नमः। – अमूल्य धन के समान l
- सम्भव – ॐ सम्भव नमः। – सभी घटनाओं में स्वामी l
- भावन – ॐ भावन नमः। – भक्तों को सब कुछ प्रदान वाले l
- योगाविदां नेता- ॐ योगाविदां नेता नमः। – सभी योगियों के स्वामी.योग विद्या जा पूरा ग्यान जिनके पास है l
- भूतात्मा – ॐ भूतात्मा नमः। – ब्रह्मांड के सभी सजीवों के आत्मा में वास करने वाले l
- पूतात्मा – ॐ पूतात्मा नमः। – शुद्ध छवि वाले परमेश्वर l
- परमात्मा – ॐ परमात्मा नमः। – सर्वश्रेष्ठ भगवान l
- मुक्तानां परमागति – ॐ मुक्तानां परमागति नमः। -सभी जीवों को मोक्ष प्रदान करने वाले,जन्म मरन के चक्र से मुक्त करने वाले l
- वषट्कार – ॐ वषट्कार नमः। – यज्ञकर्म से प्रसन्न होने वाले l
- सर्वयोगविनि – ॐ सर्वयोगविनि:सृत नमः। – जो सभी योगियों के योगी सभी के स्वामी है l
- प्रधानपुरुषेश्वर – ॐ प्रधानपुरुषेश्वर नमः। – प्रकृति और प्राणियों के परमेश्वर l
- नारसिंहवपुष – ॐ नारसिंहवपु नमः। – नरसिंह रूप धारण करने वाले, नरसिंह रूप में अवतार लेने वाले l
- भूतभावन – ॐ भूतभावन नमः। – ब्रह्मांड के सभी प्राणियों का भरन-पोषण करने वाले.सबको पालने वाले l
- भाव – ॐ भाव नमः। – जिनका अखंड अस्तित्व वाले l
- महास्वण – ॐ महास्वण नमः। – जिनका स्वर वज्र की तरह है l
- अनादिनिधन – ॐ अनादिनिधन नमः। – जिनका ना कोई अंत है उगम l
- धाता – ॐ धाता नमः। – सभी का समर्थन करने वाले l
- अमेयात्मा – ॐ अमेयात्मा नमः। – एक ऐसे भगवान जिनका कोई आकार नहीं है l
- वृषाकपि – ॐ वृषाकपि नमः। – धर्म और वराह का अवतार लेकर जिन्होंने जगत का कल्याण किया l
- भर्ता – ॐ भर्ता नमः। – सम्पूर्ण ब्रह्मांड के संचालक. सृष्टि के पालन हार l
- उपेन्द्र – ॐ उपेन्द्राय नमः। – इंद्र भगवान के बड़े भाई l
- पुरुषोत्तम – ॐ पुरुषोत्तम नमः। – जो पुरुषो मे सर्व श्रेष्ठ पुरुष l
- सर्व – ॐ सर्व नमः। – परिपूर्ण जिसमें सब चीजें समाहित है l
- शर्व – ॐ शर्व नमः। [ बाढ़ में सब कुछ विनाश करने वाले l
- चतुर्भुज – ॐ चतुर्भुजाय नमः। – चार भुजाओं वाले. जिनके चार हाथ है l
- प्रभव – ॐ प्रभव नमः। – सभी चीजों में उपस्थित होने वाले. सृष्टि के कण कण में जिनका निवास है l
- अग्राह्य – ॐ अग्राह्य नमः। – जिन्होंने मांसाहार का त्याग किया है l
- भूगर्भ – ॐ भूगर्भ नमः। – खुद के भीतर पृथ्वी,सृष्टि का वहन करने वाले l
- प्रजापति – ॐ प्रजापति नमः। – सभी के मुखिया l
- सममित – ॐ सममित नमः। – सभी जिव सृष्टि में असीमित रहने वाले l
- समात्मा – ॐ समात्मा नमः। – जो सभी के लिए एकसामन है l
- सत्य – ॐ सत्य नमः। – जो हमेशा सत्य का समर्थन करते है l
- वसु – ॐ वसु नमः। – जो सभी सजीव प्राणियों में निरंतर रहते है l
- शरणम – ॐ शरणम नमः। – सभी को अपनी शरण में लेने वाले.
- सुरेश – ॐ सुरेश नमः। – सभी देवों के देव l
- दुराधर्ष – ॐ दुराधर्ष नमः। – सफलतापूर्वक हमला न करने वाले.
- अनुत्तम – ॐ अनुत्तम नमः। – सबसे श्रेष्ठ ईश्वर l
- सर्वादि – ॐ सर्वादि नमः। – इस विश्वकी सभी क्रियाओं के प्राथमिक कारण l
- सिद्धि – ॐ सिद्धि नमः। – सृष्टि के सभी कार्यों के प्रभाव देने वाले l
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